Tulsi Plant : ऐसा पौधा जो बनाए रखेगा माँ लक्ष्मी जी की कृपा सदेव घर पर

हमारे हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) का एक अपना अलग ही स्थान है । तुलसी एक अद्भुत और पवित्र पौधा है जो भारतीय सांस्कृतिक और आयुर्वेदिक परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ये हमारे जीवन में एक अलग ही अपनी भूमिका निभाता है । यह पौधा हमारे जीवन की बहुत सारी समस्याओं का समाधान करता है । चाहे वो  आर्थिक तंगी की हो  या स्वस्थ के संबंधी हो । तुलसी के पौधे को पूजा विधि में विशेष महत्वपूर्णता दी जाती है। इसे लोग अपने घरों में उगाकर रखते हैं और नियमित रूप से पूजा करते हैं। तुलसी की माला बनाना और धारण करना धार्मिक सांस्कृतिक परंपरा में लोकप्रिय है। तुलसी हमारे  सुख -समृद्धि, स्वास्थ्य, और धार्मिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला एक अनमोल पौधा है। तुलसी के पौधे को घर में लगाने से धन में लाभ हो सकता है। यह एक पौराणिक और सांस्कृतिक मान्यता के साथ जुड़ा हुआ है कि तुलसी महालक्ष्मी का स्वरूप मानी जाती है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं। इसके अलावा, कुछ आध्यात्मिक ग्रंथों में तुलसी को धन और लक्ष्मी की आशीर्वाद का स्रोत माना गया है। तुलसी का पौधा घर के पूरे वातावरण में पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करता है और इससे घर की माहौल में शांति और सुकून बना रहता है। इसके पूजन से धन की वृद्धि होने का विश्वास किया जाता है।

तुलसी पौधे का वैज्ञानिक नाम : What is the scientific name of Tulsi

  • राम तुलसी   :  Ocimum sanctum
  • कृष्ण तुलसी :  Ocimum tenuiflorum
  • वन तुलसी   :  Ocimum gratissimum

 

तुलसी पौधे के प्रकार : Types of Tulsi Plant

वैसे तो तुलसी के पौधे के विभिन्न प्रकार हैं , जिनमें मुख्य रूप से तीन प्रमुख प्रजातियाँ हैं:

  • राम तुलसी (Ocimum sanctum) : इसे ओसीमम सैंक्टम भी कहा जाता है और यह तुलसी पौधे की सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध प्रजाति है। राम तुलसी के पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं। इस तुलसी पौधे की खुशबू बहुत ही सुगंधित होती है और इसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है।
  • कृष्ण तुलसी (Ocimum tenuiflorum) : यह भी तुलसी की एक प्रमुख प्रजाति है और इसे ओसीमम टेन्यूइफ्लोरम भी कहा जाता है। कृष्ण तुलसी के पत्ते पुराने हरे रंग के होते हैं और जिनमें हल्का बेंगनी रंग होता है। इसका भी आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण स्थान है।
  • वन तुलसी (Ocimum gratissimum) : इसे ओसीमम ग्रैटिसिमम भी कहा जाता है और यह भी तुलसी का एक प्रकार है। वन तुलसी के पत्ते बड़े होते हैं। वन तुलसी का भी आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण स्थान है।

इन तीनों प्रजातियों की तुलना में राम तुलसी और कृष्ण तुलसी सबसे अधिक प्रचलित हैं और धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं।

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तुलसी पौधे को घर में लगाने के फायदे : Tulsi Benefits

  • धन में वृद्धि :- वस्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को घर में लगाने से धन की वृद्धि होती है। इसे माँ लक्ष्मी जी का रूप माना जाता है और इससे घर में धन, समृद्धि और लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
  • स्वास्थ्य में  लाभ :- तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को रोगों से बचाने में मदद करते हैं। इसमें एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल, और एंटीफंगल गुण भी होते हैं जो सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
  • आत्मिक और धार्मिक लाभ :- हिन्दू धर्म में तुलसी को एक पवित्र पौधा माना जाता है और इसकी पूजा से आत्मिक शांति और सुकून मिल सकता है। तुलसी की माला बनाना और धारण करना भी बहुत शुभ माना जाता है ।
  • परिवार में शांति :– तुलसी के पौधे को घर में रखने से माहौल में शांति और सुकून बना रहता है। इसकी शुद्ध और स्वच्छ खुशबू घर को महका देती है, जिससे आत्मिक और मानसिक ताजगी का अहसास होता है।
  • पौष्टिक और उपयोगी पौधा :- तुलसी के पत्ते खाने में उपयोग किए जा सकते हैं और इससे विभिन्न पौष्टिक तत्वों का स्रोत मिलता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, और अन्य पोषण सामग्रीयाँ होती हैं जो सेहत के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद हैं।
  • भूमि सुधारक :- तुलसी का पौधा भूमि को सुधारने में मदद करता है और उसे उर्वरकों से मुक्त करता है। इसके पौधे को लगाने से बाग-बगिचे में भी हरितता बनी रहती है।
  • नकारत्मक ऊर्जा को दूर करता है :- जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में कभी भी नकारत्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है ।
  • सकारात्मक ऊर्जा का आगमन :- जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। और घर के सदस्यों में भी Positive energy बनी रहती है।

तुलसी पौधे को कौन सी दिशा में लगाए : Best direction of Tulsi Plant 

तुलसी पौधे को विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के अनुसार पूर्व या दक्षिण दिशा में स्थापित करने की बात की जाती है। हिन्दू धर्म में तुलसी को माँ लक्ष्मी जी , भगवान विष्णु और धर्म के प्रतीक के रूप में माना जाता है और इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार Tulsi को घर के पूर्व या दक्षिण दिशा में स्थापित किया जाता है।

  • पूर्व दिशा : पूर्व दिशा को सूर्योदय की दिशा मानी जाती है, और सूर्योदय हिन्दू संस्कृति में पवित्र माना जाता है। इसलिए तुलसी को पूर्व दिशा में लगाने से, सूर्य की ऊर्जा से भरपूर होकर पौधा स्वस्थ और सुरक्षित रहता है और घर से बीमारियों का आगमन नहीं होने देता।
  • दक्षिण दिशा: दक्षिण दिशा को माँ लक्ष्मी जी की दिशा माना जाता है जो धन और समृद्धि और माँ लक्ष्मी जी के आशीर्वाद का प्रतीक है। इसलिए तुलसी को दक्षिण दिशा में स्थापित करने से घर में सुख-शांति, धन, और समृद्धि की वृद्धि होती है।

तुलसी की देखभाल कैसे करें : How to take care of tulsi plant

तुलसी पौधे की देखभाल करना बहुत जरूरी है क्यूकी माना जाता है कि अगर तुलसी का पौधा सुख जाए तो इसका सीधा असर हमारे घर के उपर पड़ता है । आइए विस्तारपूर्वक जानते है कि तुलसी पौधे कि देखवाल कैसे करें ताकि हमारा तुलसी का पौधा हमेशा हारा भरा रहे ।

  • सही स्थान चयन करें: तुलसी पौधे को सुर्य की पूरी किरणों और उचित हवा के लिए समर्थित स्थान पर रखें।
  • उपयुक्त मिट्टी चुनें: तुलसी के पौधे को उपजाऊ मिट्टी में लगाएँ, जिससे पौधा हमेशा हारा भरा रहेगा और घर में ससकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता रहेगा।
  • नियमित सिंचाई करें: तुलसी पौधे को नियमित रूप से सिंचाई करना बहुत आवश्यक है, लेकिन जल स्तर को बनाए रखें ताकि मिट्टी भी भिगती रहे और पौधा सूखे ना।
  • अच्छी खाद दें: तुलसी को नियमित रूप से खाद देना बहुत आवश्यक है। इसके लिए नारियल की खाद, घास की खाद, या गोबर की खाद का उपयोग कर सकते हैं।
  • पौधे की छंटाई करें : तुलसी को संतुलित रखने के लिए पौधे की नियमित छंटाई करें, जिससे पौधों की वृद्धि बनी रहे और पौधा घना हो। पुराने और सुखे हुए पत्तियों को समय-समय पर हटाना चाहिए ताकि पौधा स्वस्थ और सुंदर बना रहे।
  • धूप वाली जगह पर लगाएं: तुलसी को जिस स्थान पर लगाया जा रहा है वह स्थान पूर्वी और धूपी जगह में हो ताकि पौधा सही रूप से सूर्य की किरणों से ऊर्जा को ग्रहण कर सके और हरा भरा रहे।

 तुलसी पौधे को कैसे उगाये : How to grow Tulsi Plant

तुलसी के पौधे को हम दो तरीकों से उगा सकते है :-

  • बीज से उगाना: तुलसी के बीजों को मिट्टी में बो दें । इसके बाद  बीजों को मिट्टी से ढक दें और नियमित सिंचाई करें। कुछ ही दिनों में तुलसी के छोट्टे-छोट्टे पौधे उग जाएंगे।
  • पौधे से उगाना: तुलसी के बड़े पौधे की टहनियों को छोटे आकार में काटकर मिट्टी और खाद के मिश्रण में उगाएं और नियमित सिंचाई करें। कुछ ही दिनों में पौधों में से जड़ें निकल आएंगी और पौधा हरा भरा हो जाएगा।

 

FAQ

Q. Tulsi Diwas कब मनाया जाता है?

Ans. हर साल 25 दिसम्बर को तुलसी दिवस मनाया जाता है।

Q. तुलसी कितने प्रकार के होते हैं?

Ans.  वैसे तो तुलसी के पौधे के विभिन्न प्रकार हैं , जिनमें मुख्य रूप से तीन प्रमुख प्रजातियाँ हैं :-

  1. राम तुलसी
  2. कृष्ण तुलसी
  3. वन तुलसी

 

 

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